अगर मेरे पास अब एक अवसर होता.....
अगर दूसरे लोगों ने मुझे "इस हालत में नहीं पहुँचाया होता".....
अगर मुझे रोका नहीं गया होता.....
अगर मैं अधिक युवा होता.....!
अगर मैं वह कर सकता जो मैं चाहता हूँ.....
अगर मैं अमीर पैदा हुआ होता.....
अगर मैं "सही लोगों" से मिल पाता…...
अगर मुझमें वह प्रतिभा होती जो कुछ लोगों के पास है......
अगर मेरे पास पर्याप्त "प्रेशर" होता.....
अगर दूसरे लोग सिर्फ मेरी बात सुन लेते.....
अगर मेरे पास खुद का बिजनसे होता.....
अगर मेरे पास मेरा "अतीत" न होता.....
अगर मैं किसी दूसरे इलाके में रह रहा होता.....
अगर मैंने अपना पैसा नहीं गँवाया होता.....
अगर मुझे इतनी कड़ी मेहनत नहीं करनी होती......
अगर यह सच नहीं होता कि "जो होना है वह होगा".....
अगर मैं गलत सितारे के तले पैदा न हुआ होता.....
अगर किश्मत मेरे खिलाफ नहीं होती.....
अगर मुझे खुद पर भरोसा होता.....
अगर मेरा परिवार इतना फिजूलखर्ची न होता.....
अगर लोग इतने गूंगे न होते.....
अगर मेरी शादी किसी सही व्यक्ति से हुई होती.....
अगर मेरे पास इतनी सारी चिंताएं न होतीं.....
अगर हर आदमी ने मेरा विरोध न किया होता.....
अगर मैं यह जानता होता कि कैसे करना चाहिए.....
अगर मैं असफल न हुआ होता.....
अगर मैं कर्ज से बाहर निकल पाता.....
अगर मुझे बस एक "ब्रेक " मिल गया होता.....
अगर मेरी प्रतिभाएं लोगों को पता चल जातीं.....
अगर मैं इतना मोटा या दुबला-पतला न होता.....
अगर मैं सिर्फ मुक्त होता.....
अगर मैं किसी बड़े शहर में रह रहा होता.....
अगर मेरे पास कुछ लोगों जैसा व्यक्तित्व होता.....
अगर मैं सिर्फ शुरू कर पाता.....
अगर मेरी फैमिली मुझे समझ पाती.....
अगर मुझमें दिलेरी होती.....
अगर मैंने पिछले अवसरों का लाभ उठाया होता.....
अगर लोग मुझ पर इतने हावी नहीं होते.....
अगर मुझे घर न संभालना होता और बच्चों की देखरेख न करनी होती....
अगर मैं कुछ पैसे बचा सकता …..
अगर बॉस मेरी तारीफ़ करता.....
अगर कोई मेरी मदद करता